वायनाड में भारी बारिश के कारण भूस्खलन: 151 लोगों मौत

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केरल के वायनाड जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण भूस्खलन की एक गंभीर घटना सामने आई है। इस आपदा में अब तक 151 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 90 से अधिक लोग घायल हैं। यह घटना वायनाड जिले के पुथुमला गाँव में हुई, जो कि एक पहाड़ी क्षेत्र है और अत्यधिक बारिश के कारण कमजोर हो गया था।

घटना का विवरण

घटना की शुरुआत 30 जुलाई 2024 को हुई जब क्षेत्र में लगातार भारी बारिश हो रही थी। इस बारिश के कारण पुथुमला गाँव की पहाड़ियों में मिट्टी का कटाव होने लगा, जिससे अचानक ही भूस्खलन हुआ। भूस्खलन ने कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे बड़ी संख्या में लोग मलबे में दब गए। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, इस क्षेत्र में बारिश की मात्रा सामान्य से कहीं अधिक थी, जिससे भूस्खलन की संभावना बढ़ गई थी।

बचाव और राहत कार्य

घटना के बाद, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और स्थानीय पुलिस ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। भारी बारिश और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद, बचावकर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर मलबे में फंसे लोगों को बचाने का प्रयास किया। हालांकि, खराब मौसम और मलबे की बड़ी मात्रा के कारण बचाव कार्य में कठिनाइयां आईं। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और प्रशासन की सहायता करें।

प्रभावित लोगों की स्थिति

घटना में घायल हुए लोगों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई की हालत गंभीर है और उन्हें विशेष चिकित्सा सहायता की जरूरत है। अस्पतालों में घायलों के इलाज के लिए चिकित्सकों की एक विशेष टीम तैनात की गई है। स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिवारों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की है और उनके पुनर्वास के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं।

नेताओं की प्रतिक्रिया

इस दुखद घटना पर कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “यह एक बेहद दुखद घटना है, और मैं इस कठिन समय में पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हूँ।” राहुल गांधी ने इस घटना के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि इस विपदा में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से पीड़ितों के साथ खड़ी है।

कांग्रेस पार्टी ने इस घटना पर एक आपातकालीन बैठक बुलाई, जिसमें सभी वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। बैठक के दौरान, मृतकों की आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन रखा गया और उनके परिजनों को हर संभव सहायता देने का वादा किया गया।

सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया

केरल सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने स्थिति का जायजा लेने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से इस आपदा के पीड़ितों के साथ है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे तुरंत राहत कार्य शुरू करें और प्रभावित लोगों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करें।

निष्कर्ष

वायनाड में हुई यह भूस्खलन की घटना एक बड़ी त्रासदी है, जिसने न केवल कई लोगों की जान ली है, बल्कि उनके परिवारों को भी गंभीर आघात पहुँचाया है। इस आपदा ने एक बार फिर यह साबित किया है कि प्राकृतिक आपदाओं के सामने इंसान कितना असहाय होता है। हालांकि, इस कठिन समय में सरकार, प्रशासन, और स्थानीय लोग मिलकर इस स्थिति से निपटने का प्रयास कर रहे हैं। इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर किया है कि हमें पर्यावरण संरक्षण और सुरक्षा के लिए और अधिक गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

इस घटना से बहुत ज्यादा नुकसान हो गया , राहत और बचाव कार्य जारी है , तथा केरल के मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों 5 – 5 लाख मुआवजे की भी घोषणा की है ,

दोस्तों खबर को यही खतम करते है फिर मिलेंगे एक नए खबर के साथ नोटिफिकेशन ऑन कर लीजिए ।

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